Prabhat Times

मुंबई (atiq ahmed murderers were influenced by gangster lawrence bishnoi) अतीक-अशरफ मर्डर केस में एक और नया खुलासा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक शूटर्स का कनेक्शन कई बड़े गैंग से था।

अतीक और अशरफ के हत्यारों का कनेक्शन लॉरेन्स बिश्नोई गैंग से था। ये शूटर्स सुंदर भाटी गैंग के भी संपर्क में रहते थे।

हमीरपुर जेल में सनी सिंह की मुलाकात सुंदर भाटी से हुई थी वहीं से दोनों के बीच कनेक्शन बना।

वहीं से सनी को मेड इन तुर्की जिगाना पिस्टल मिली, इसी पिस्टल से सनी ने अतीक पर पहली गोली चलाई।

बताया जा रहा है कि चार दिन पहले सनी सिंह ने अपने कुछ करीबी लोगों से कहा था कि वो कुछ ऐसा बड़ा करने वाला है जिससे सब लोग उसका नाम जान जाएंगे।

लारैंस का फैन है शूटर सन्नी

सूत्रों का कहना है कि तीनों हत्यारे जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से प्रेरित थे। उनकी पहचान लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य के रूप में हुई है।

ये तीनों मीडियाकर्मी बनकर आए थे और इस हत्याकांड को अंजाम दिया।

रिपोर्ट के मुताबिक, अतीक को मारने के पूरी योजना सनी ने बनाई थी, जो बिश्नोई के मीडिया इंटरव्यू और वीडियो देखता था।

सनी कथित तौर पर बिश्नोई के हिंदुत्व वाले बयानों से काफी प्रभावित था और वह संगीतकार सिद्धू मूसेवाला की हत्या की तरह एक बड़े हत्याकांड को अंजाम देना चाहता था।

मूसेवाला की पिछले साल 29 मई को बिश्नोई गिरोह के सदस्यों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

सनी सिंह ने 2 अन्य आरोपियों को हत्या के लिए तैयार किया

पुलिस पूछताछ में पता चला कि तीनों शातिर अपराधियों में सनी सबसे खतरनाक है। उस पर एक दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, सनी ही था, जिसने बाकी दोनों आरोपियों को हत्याकांड के लिए मनाया था।

रविवार को अतीक और अशरफ हत्याकांड को अंजाम देने वाले इन तीनों आरोपियों से पूछताछ हुई थी। अभी ये तीनों आरोपी 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में प्रतापगढ़ जेल में बंद हैं।

अतीक से पहले सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में इस्तेमाल हुई थी यही गन

शूटर्स ने माफिया ब्रदर्स को मारने के लिए जिस गन का इस्तेमाल किया है वह अवैध तरीके से भारत आती है।

इतना ही नहीं इस पिस्टल का सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से भी कनेक्शन है।

वहीं मर्डर केस की FIR से ये भी खुलासा हुआ है कि हमलावरों का एक साथी भी घायल हुआ है।

अतीक और अशरफ पर जब हमलावर गोली चला रहे थे, तो वहां मौजूद उनके एक साथी को भी गोली लग गई।

तीन हत्यारों को नैनी जेल से प्रतापगढ़ जेल किया गया शिफ्ट

पुलिस ने तीनों आरोपियों को पकड़कर कोर्ट में पेश किया था। कोर्ट ने आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में नैनी जेल भेज दिया था, लेकिन सोमवार को सुरक्षा कारणों के चलते उन्हें प्रतापगढ़ जेल में शिफ्ट किया गया।

अतीक का बेटा अली नैनी जेल में बंद है और उसने तीनों आरोपियों को पिता की हत्या का बदला लेने की धमकी दी थी। ऐसे में गैंगवार के डर से पुलिस ने तीनों आरोपियों को शिफ्ट कर दिया है।

पुलिस हिरासत में हुई थी अतीक और अशरफ की हत्या 

15 अप्रैल को देर रात अतीक और उसके भाई अशरफ को 17 पुलिसकर्मियों की टीम प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल में मेडिकल के लिए ले जा रही थी।

इस बीच मीडियाकर्मी के रूप में आए तीन लोगों ने गोली मारकर दोनों की हत्या कर दी। ये पूरी घटना मीडियाकर्मियों के कैमरों में भी रिकॉर्ड हुई थी।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि अतीक को 9 गोलियां लगी थीं, जबकि उसके भाई अशरफ को 5 गोलियां मारी गई थीं।

Click Here

Join Whatsapp Link for Latest News

खबर ये भी हैं…


Subscribe YouTube Channel

Prabhat Times

Click to Join Prabhat Times FB Page

https://www.facebook.com/Prabhattimes14/

Join Telegram

https://t.me/prabhattimes1