जालंधर (ब्यूरो): अरोड़ा महासभा में शुरू हुआ विवाद थमता नज़र नहीं आ रहा है। बीते दिन अरोड़ा महासभा के उप प्रधान तथा संस्थापक सदस्य राकेश अरोड़ा सहित 10 पदाधिकारियों द्वारा दिए गए इस्तीफे के बाद आज प्रदेशाध्यक्ष कुलतार सिंह जोगी ने भी इस्तीफा दे दिया है।
बता दें कि पिछले दिनों से अरोड़ा महासभा अंदरूनी विवाद चल रही था। लेकिन वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा मामले को गंभीरता से लिए जाने के कारण अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई।
बीते दिन संस्थापक सदस्य व वाईस प्रधान राकेश अरोड़ा, जालंधर अध्यक्ष मनीष बजाज समेत 10 पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से इस्तीफे दे दिए।
अरोड़ा महासभा में अचानक हुए विस्फोट का अभी कोई हल निकला ही नहीं था कि आज प्रदेशाध्यक्ष कुलतार सिंह जोगी ने भी इस्तीफा दे दिया। हालांकि कुलतार सिंह जोगी द्वारा राजा फिलिंग स्टेशन, गोबिंदगढ़, लुधियाना के लेटर पैड पर चेयरमैन धर्मपाल ग्रोवर को अपना इस्तीफा भेजा है।
जिसमें उन्होने इस्तीफा देने का कारणअपनी सेहत बताया है। लिखा है कि सेहत ठीक न होने के कारण वे कहीं आ जा नहीं सकते। डाक्टरों ने भी उन्हे घर रहने की सलाह दी है। इसलिए वे इस पद से इस्तीफा देते हैं। साथ ही लिखा है कि उनका इस्तीफा मंजूर किया जाए।
उधर, प्रदेश अध्यक्ष कुलतार सिंह जोगी के इस्तीफे के बाद अरोड़ा महासभा में हड़कंप मच गया है। इस बारे में संपर्क करने पर अरोड़ा महासभा के संस्थापक सदस्य रहे राकेश अरोड़ा ने बताया कि प्रदेश प्रधान ने इस्तीफा भेज दिया है। उन्होने कहा कि प्रदेशाध्यक्ष के इस्तीफे के बाद अब प्रदेश की सभी ईकाइयां, कमेटियां भंग समझी जाती है।