नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन की एप टिकटॉक (TikTok) पर बैन लगाने का आदेश दे दिया है। उन्होंने इस ऐप को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है।
आदेश के मुताबिक अमेरिका टिकटॉक चलाने वाली चीन की कंपनी बाइट डांस के साथ अगले 45 दिनों तक कोई कारोबार नहीं करेगी।
ट्रंप ने आरोप लगाया है कि टिकटॉक यूजर्स के डेटा को चीन की सरकार को देती है। बता दें कि भारत ने भी पिछले महीने टिकटॉक पर बैन लगा दिया था।
क्या कहा ट्रंप ने
कोरोना के प्रकोप के बाद से ही ट्रंप चीन से बेहद नाराज़ चल रहे हैं। उन्होंने खुलेआम कई बार चीन पर कोरोना फैलाने का आरोप लगाया है। एक हफ्ते पहले ही डोनाल्ड ट्रंप ने टिकटॉक को बैन करने के संकेत दिए थे।
उन्होंने कहा था कि वो कई सारे विकल्पों पर भी विचार कर रहे हैं। गुरुवार को ट्रंप ने चीन की एक और ऐप WeChat को भी बैन करने का आदेश दिया।
टिकटॉक पर बैन लगाने के बाद ट्रंप ने कहा, ‘पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (चीन) में कंपनियों द्वारा विकसित और स्वामित्व वाली मोबाइल एप्लिकेशन से अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति और अर्थव्यवस्था को खतरा बना रहता है।’
ब्लैकमेल और जासूसी का खतरा
बैन का आदेश देते हुए ट्रंप ने ये भी कहा कि टिकटॉक के डेट जमा करने से चीन, अमेरिका के सरकारी कर्मचारियों को ट्रैक कर सकती है।
इसके अलावा व्यक्तिगत जानकारी इकट्ठा करने से ब्लैकमेल, या कॉर्पोरेट जासूसी का खतरा बना रहता है। फिलहाल बाइटडांस की तरफ से इस बैन को लेकर कोई प्रक्रिया नहीं आई है।
भारत पहले टिकटॉक पर बैन लगा चुका है
बता दें कि भारत में चीन के ऐप पर प्रतिबंध लगने के बाद अमेरिका में भी चीन के इस एप पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग रिपब्लिकन पार्टी के कई नेताओं ने की है।
विदेश मंत्री माइक पोंपियो भी टिक टॉक को बैन करने के पक्ष में कई बार बयान दे चुके हैं। इसके बाद समझा जा रहा था कि ट्रंप आने वाले दिनों में इस चीनी एप पर बैन लगाने सहित कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं।
माइक्रोसॉफ्ट से नहीं हुई डील!
पिछले हफ्ते ट्रंप के टिकटॉक को बैन करने के संकेत के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने कहा था कि वो इस ऐप के अमेरिकी कारोबार को खरीदने की तैयारी में है। लेकिन इस बारे अभी तक कोई डील नहीं हो पाई। टिकटॉक इंडिया बिजनस की वैल्यू 10 अरब डॉलर के करीब मानी जा रही है।