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Jammu जम्मू(vaishno devi board announces helicopter quota for senior citizens) मां वैष्णो देवी भक्तों को सुविधाएं देने के लिए काम कर रही श्राइन बोर्ड ने एक और बड़ा फैसला लिया है.

अगर आप अपने बुजुर्ग माता-पिता को वैष्णो देवी के दर्शन कराने की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए राहत भरी खबर है.

श्राइन बोर्ड ने ऐसा फैसला किया है, जिससे उनकी मां वैष्णो देवी के दर्शन करने की मन्नत पूरी हो जाएगी.

दरअसल माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने बुजुर्गों और दिव्यांग तीर्थयात्रियों के लिए एक ‘समर्पित हेलीकॉप्टर कोटा’ सुविधा की शुरुआत की है.

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंशुल गर्ग ने बताया कि रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित प्रसिद्ध वैष्णो देवी के लिए तीर्थयात्री सेवाओं को बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू की गईं नई पहलों के तहत ही इस सुविधा की घोषणा की गई है.

उन्होंने बताया कि बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर शनिवार से कोटा उपलब्ध होगा.

श्राइन बोर्ड के CEO ने क्या कहा? 

सीईओ गर्ग ने कहा कि श्राइन बोर्ड समय-समय पर नई सुविधाएं शुरू करके और मौजूदा बुनियादी ढांचे को उन्नत करके तीर्थयात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए सदैव प्रतिबद्ध रहा है.

उन्होंने कहा, “वरिष्ठ नागरिक मंच की ओर से लंबे समय से की जा रही मांग के बाद अब ये सुविधा शुरू की गई है.

मंच ने हाल ही में एक उच्च स्तरीय समिति के साथ बैठक करके एक अलग हेलीकॉप्टर बुकिंग कोटा की मांग की थी.”

गर्ग ने कटरा में मीडिया को बताया, “बैटरी कार बुकिंग के लिए भी इसी प्रकार का कोटा लागू किया गया था.”

लंबे समय से की जा रही थी मांग

गर्ग ने कहा कि बोर्ड समय-समय पर नई सुविधाएं शुरू करके और मौजूदा बुनियादी ढांचे को उन्नत करके तीर्थयात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए सदैव प्रतिबद्ध रहा है.

उन्होंने कहा, ‘वरिष्ठ नागरिक मंच की ओर से लंबे समय से की जा रही मांग के जवाब में यह सुविधा शुरू की गई है.

मंच ने हाल ही में एक उच्च स्तरीय समिति के साथ बैठक करके एक अलग हेलीकॉप्टर बुकिंग कोटा की मांग की थी.’

गर्ग ने कटरा में संवाददाताओं को बताया, ‘बैटरी कार बुकिंग के लिए भी इसी प्रकार का कोटा लागू किया गया था.’

निःशुल्क चाय ‘लंगर सेवा’ की भी शुरुआत

इसके अलावा कटरा रेलवे स्टेशन पर यात्रा सुविधा केंद्र में स्थायी निःशुल्क चाय ‘लंगर सेवा’ की शुरुआत भी की गई है,

जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि शहर में आने वाले तीर्थयात्रियों का गर्मजोशी से स्वागत और जलपान हो.

उन्होंने बताया कि स्थानीय व्यंजनों का स्वाद उपलब्ध कराने के लिए अर्धकुंवारी और भैरों घाटी में पहले से चल रहे निशुल्क लंगरों के मेनू में कढ़ी-चावल को भी शामिल किया गया है.

उन्होंने बताया कि अर्धकुंवारी यज्ञशाला में हवन पूजन की सुविधा भी उपलब्ध है, जिससे तीर्थयात्रियों की आध्यात्मिकता में वृद्धि होगी.

बुनियादी ढांचे में सुधार पर जोर

उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे में सुधार पर मुख्य ध्यान दिया जा रहा है, जिसमें पारंपरिक बाणगंगा ट्रैक का व्यापक उन्नयन शामिल है.

इनमें दर्शनी देवड़ी में एक कतार परिसर शामिल है, जो एक समय में 1,500 तीर्थयात्रियों को समायोजित करने में सक्षम है.

ट्रैक को चौड़ा करना, सजावटी स्ट्रीट लाइट लगाना और दर्शनी देवड़ी से चरणपादुका तक 2.5 किमी ट्रैक को कवर करने वाली जल निकासी प्रणाली को उन्नत करना शामिल है.

इससे पहले रोपवे की हुई थी शुरुआत

इससे पहले वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने रोपवे की शुरुआत की थी, जिससे बुजुर्ग और दिव्यांग तीर्थयात्रियों को माता के दर्शन में काफी सहूलियत मिली.

14 किमी का पैदल मार्ग महज छह मिनट में होने लगा. इस रोपवे से न केवल समय बचा, बल्कि यात्रियों को थकान में भी राहत मिली.

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