जालंधर (ब्यूरो): पूर्व डी.एस.पी. जगदीश भोला के ड्रग रैकेट में पकड़े गए अकाली नेता चूनी लाल गाबा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। जेल जाने से बचने के लिए अकाली नेता चूनी लाल गाबा द्वारा लगाई जा रही तिकड़म फिलहाल किसी काम नहीं आ रही है।
ई.डी. के डिप्टी डायरेक्टर निरंजन सिंह द्वारा की जा रही सख्त पैरवी के कारण अकाली नेता चूनी लाल गाबा आज एक बार फिर जेल पहुंच गए। ई.डी. विभाग चूनी लाल गाबा की जमानत रद्द करवाने में सफल रहा।
बता दें कि कुछ साल पहले पंजाब पुलिस द्वारा पूर्व डी.एस.पी. जगदीश भोला द्वारा चलाए जा रहे ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया। भोला ड्रग रैकेट की जड़ें देश से विदेश तक फैली होने के कारण केंद्रीय जांच एजैंसी ई.डी. (प्रवर्त्तन निदेशालय) के मौजूदा डिप्टी डायरेक्टर निरंजन सिंह ने जांच शुरू की।
ई.डी. जांच में गोराया के वरिष्ट अकाली नेता चूनी लाल गाबा, पूर्व मंत्री सरवण सिंह फिल्लौर उनके बेटे, गाबा के बेटे व अन्य लोग काबू आ गए। साल 2017 में ई.डी. ने स्पैशल कोर्ट मोहाली में चार्ज शीट फाइल कर दी।
इसके बाद समय-समय पर चूनी लाल गाबा गिरफ्तारी से बचने के लिए कानूनी दांव पेंच भिड़ाता रहा। ई.डी. द्वारा लगातार पैरवी की जाती रही।
कोविड 19 के कारण मिली थी बेल, लेकिन फिर पहुंचे जेल
पता चला है कि अकाली नेता चूनी लाल गाबा को पिछले दिनों कोरोना वायरस में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का फायदा मिला और जमानत हो गई। लेकिन ई.डी. द्वारा एक बार फिर अदालत में एप्लीकेशन दी गई।
माननीय उच्च न्यायलय ने विभाग की एप्लीकेशन पर सुनवाई करते हुए कहा की मनी लांडरिंग जैसे संगीन आरोपों के चलते ई.डी. की स्पेशल कोर्ट को विभाग दलील सुनने के लिए कहा। आज ई.डी. की स्पेशल कोर्ट मोहाली में सुनवाई हुई।
माननीय अदालत ने सुनवाई के पश्चात अकाली नेता चूनी लाल गाबा की बेल रद्द करते हुए जेल भेज दिया।
करोड़ों का है ड्रग रैकेट
ई.डी. के मौजूदा डिप्टी डायरेक्टर निरंजन सिंह द्वारा जगदीश भोला द्वारा चलाए गए 5 हज़ार करोड़ के ड्रग रैकेट की जड़ें खोदने के बाद गोराया के अकाली नेता चूनी लाल गाबा उसके बेटे, पूर्व मंत्री पूर्व सी.पी.एस. सहित कई राजनीतिक लोगों के नाम सामने आए। ई.डी. द्वारा जांच के पश्चात इन लोगों की करोड़ो की प्रोपर्टी अटैच की जा चुकी है।