नई दिल्ली। कृषि सुधार कानून के विराेध में शहर के लाडोवाल टोल प्लाजा पर चल रहे धरना प्रदर्शन के दौरान किसानों ने टोल प्लाजा के एक काउंटर में जमकर तोड़फोड़ की।
किसानाें ने वहां लगे बूम बैरियर को उखाड़ का फेंक दिया और काउंटर के अंदर बैठे एक कर्मचारी के साथ मारपीट करने का भी प्रयास किया। मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने उनके बीच आ कर बीच बचाव किया।
किसान वीरवार को भी लाडोवाल टोल प्लाजा पर डटे रहे। हालांकि किसानों ने ट्रैफिक बाधित नहीं किया। लेकिन टोल प्लाजा कर्मचारियों को टोल कलेक्शन भी नहीं करने दी।
बिना टोल चुकाए वाहन बुधवार से ही टोल क्रॉस कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए किसान नेता हरजीत सिंह ने कहा की हमारा मकसद लोगों को परेशान करना नहीं है। किसान विरोधी केंद्र सरकार का विरोध जताना है।
जिसके चलते हमने नेशनल हाईवे अथारिटी के अंतर्गत आते टोल की कलेक्शन बंद करवा दी और यह तब तक जारी रहेगी जब तक केंद्र सरकार अपना तानाशाही रवैया छोड़ते हुए कृषि सुधार कानून से किसानों को निजात नहीं देगी।
जगराओं में किसानों ने जाहिर किया रोष
भारतीय किसान यूनियन एकता डकोंदा और अन्य सहयोगी संगठनों ने बुधवार को सातवें दिन भी कृषि सुधार कानूनों के विरोध में रेलवे ट्रैक पर धरना जारी रखा। शहर में भी रोष रैली निकालकर प्रदर्शन किया।
यूनियन के जिला प्रधान हरदीप सिंह, ब्लॉक प्रधान महेंद्र सिंह कमालपुरा की अगुआई में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने एसएसपी कार्यालय तक रोष मार्च निकाला और विभिन्न आरोपों में किसानों पर दर्ज मुकदमे रद करने की मांग की।
उन्होंने एसडीएम जगराओं कार्यालय के सामने प्रदर्शन करते हुए लावारिस पशुओं का प्रबंध करने की मांग रखी।
जनता परेशान
नैशनल हाईवे पर हुए जब्रदस्त प्रदर्शन के कारण सड़क जाम हो चुकी है। जाम के कारण पंजाबवासियो को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हजा़रों लोगों की गाड़ियां जाम में कई घण्टे तक फंसी रही।