Prabhat Times
जालंधर। (PO Gaurav Monga arrest commissionerate police jalandhar) पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह तूर द्वारा भगौड़े अपराधियों की धरपकड़ को लेक की गई सख्ती के पॉजिटिव परिणाम सामने आने लगे हैं। जालंधर के थाना नम्बर 6 की पुलिस ने आज अमृतसर, गुड़गांव में दर्ज केसों में भगौड़ा करार दिए गए अपराधी गौरव मोंगा को गिरफ्तार कर लिया है। थाना नम्बर 6 की पुलिस ने आरोपी गौरव मौंगा को गिरफ्तार करके अमृतसर पुलिस के हवाले कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक साल 2020 में गौरव मोंगा की पत्नी मनदीप कौर उर्फ सुनैना ने अमृतसर में अपने पति गौरव, ससुर अशौक मोंगा, ननद कनिका और उसके पति सचिन के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज करवा दिया। मामले की जांच के दौरान पुलिस ने ननद को क्लीन चिट दे दी और ससुर अशोक मोंगा और सचिन को अदालत से जमानत मिल गई। लेकिन गौरव मौंगा अदालत से भगौड़ा हो गया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक गौरव मौंगा के खिलाफ साल 2018 में गुड़गांव में भी फ्राड का केस दर्ज किया गया था। गौरव पर आरोप है कि उसने अपने पिता की जगह किसी और व्यक्ति को पेश करके लगभग सवा करोड़ की जमीन बेच कर रकम हड़प कर ली। मामले का खुलासा होने पर गुड़गांव पुलिस द्वारा केस दर्ज किया गया। बताया जा रहा है कि गौरव मौंगा गुड़गांव के केस में भी भगौड़ा है।
सचिन ने लगाए गंभीर आरोप
गौरव मोंगा के जीजा सचिन ने आरोप लगाए कि दहेज प्रताड़ना का केस गौरव और उसकी पत्नी सुनैना की साजिश का हिस्सा था। सुनैना और गौरव केस दर्ज करवाने के बावजूद भी इकट्ठे रहे। सचिन के मुताबिक गौरव मौंगा के खिलाफ साल 2018 में गुड़गांव में केस दर्ज हुआ था। गौरव ने अपने पिता की जगह किसी और को पेश करक सवा करोड़ रूपए की प्रोपर्टी बेच दी। मामले का खुलासा होने के पश्चात गौरव के खिलाफ केस दर्ज हुआ।
सचिन के मुताबिक इस घटना का जब उसके पिता अशोक मोंगा को पता चला तो उन्होने अपनी प्रोपर्टी बेटी कनिका के नाम करवा दी। क्यों कि गौरव को पहले ही बेदखल किया जा चुका था। इसी रंजिश के चलते ही उन सभी को दहेज प्रताड़ना के केस में फंसाया गया।
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