Prabht Times
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोमवार को हर किसी को तब हैरान कर दिया है, जब सुबह-सुबह वह दिल्ली की सड़कों पर ट्रैक्टर चलाते हुए नज़र आए. कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन जारी है और इसी कड़ी में सोमवार को राहुल गांधी ट्रैक्टर चलाकर संसद भवन पहुंचे. राहुल गांधी आज खुद ट्रैक्टर चलाकर संसद भवन पहुंचे. राहुल जिस ट्रैक्टर से संसद भवन पहुंचे उस पर लाके रंग का बोर्ड लगा था. जिसस पर ‘किसान विरोधी तीनों काले कृषि कानून वापस लो, वापस लो’ लिखा है.
राहुल गांधी के साथ ट्रैक्टर पर रणदीप सुरजेवाला, दीपेंद्र हुड्डा समेत अन्य कई कांग्रेसी नेता सवार दिखे. ट्रैक्टर चलाने के इस कार्यक्रम के दौरान ही कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला और बीवी. श्रीनिवास को हिरासत में ले लिया. ट्रैक्टर के सामने कृषि कानूनों के खिलाफ पोस्टर चिपका था और किसानों के समर्थन में बातें कही गईं. संसद पहुंचकर राहुल गांधी ने मीडिया से कहा, “हम किसानों का संदेश लेकर संसद आए हैं. किसानों की आवाज दबाई जा रही है. सरकार को कृषि कानून वापस लेने ही होंगे. ये कानून 2-3 बड़े उद्योगपतियों के लिए हैं. ये किसानों के फायदे के लिए नहीं हैं. ये काले कानून हैं.” कृषि कानून के मुद्दे पर आज भी संसद में जोरदार हंगामे के आसार हैं.
आज ‘महिला किसान संसद’ का आयोजन
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के आठ महीने पूरे होने के अवसर पर महिलाएं सोमवार को जंतर-मंतर पर ‘किसान संसद’ का आयोजन करेंगी. संयुक्त किसान मोर्चा संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने के बाद 22 जुलाई से ही जंतर-मंतर पर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा है. एसकेएम ने दावा किया कि गत आठ महीने से जारी आंदोलन में विभिन्न राज्यों के लाखों किसान शामिल हो चुके हैं.
कांग्रेस ने लोकसभा में ‘पेगासस’ रिपोर्ट पर चर्चा का नोटिस
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में ‘पेगासस प्रोजेक्ट’ रिपोर्ट पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है. दरअसल, आरोप है कि 300 से अधिक भारतीय मोबाइल फोन नंबरों को इजरायली कंपनी एनएसओ के पेगासस स्पाईवेयर के मार्फत हैकिंग के लिए निशाना बनाया गया. हालांकि, सरकार इस मामले में विपक्ष के सभी आरोपों से इनकार कर रही है.
आपको बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसान संसद लगाई जा रही है. 200 किसान हर रोज़ जंतर-मंतर पर संसद करेंगे, जो कि संसद के मॉनसून सत्र तक जारी रहेगी. पिछले करीब एक साल से किसानों का विरोध प्रदर्शन दिल्ली के टिकरी, सिंघु और गाज़ीपुर बॉर्डर पर जारी है.
किसानों की मांग है कि तीनों कानून वापस हो, लेकिन सरकार का कहना है कि कानून वापस नहीं होंगे. अगर कोई बदलाव करना है, तो सरकार बातचीत के लिए तैयार है. संसद में भी कृषि कानूनों को लेकर हंगामा लगातार जारी है. कृषि कानून, पेगासस जासूसी मसले से जुड़े हंगामे के कारण संसद के दोनों सदन में कामकाज नहीं हो पा रहा है.
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