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जालंधर। किशनपुरा में देर शाम गोली लगने से हुई हैप्पी संधू की मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि हैप्पी को गोली उसके ही अपने अवैध हथियार से लगी और उसकी मृत्यु हो गई। उधर, इस तथ्य के साथ ही हैप्पी संधू का क्रिमिनल क्नैक्शन भी सामने आ रहे हैं।
बता दें कि देर शाम किशनपुरा रोड़ पर स्थित पूर्व पार्षद बाल किशन बाली के दफ्तर के साथ गली में एक दुकान पर खड़े हैप्पी संधू को गोली लगी। गोली हैप्पी के गले में लगी। गोली नज़दीक से लगी और निकल गई। वे बेसुध होकर गिर पड़ा। वहां कुछ और युवक भी खड़े थे। अस्पताल में उसे मृत करार दिया गया। हैप्पी को अस्पताल लाने वाले युवक भी मौके से फरार हो गए।
अपने ही वैपन से लगी गोली, दोस्तों ने मिटा दिए थे खून के धब्बे!
वारदात की सूचना मिलते ही कमिश्नरेट पुलिस की टीम पहले अस्पताल और मौके पर पहुंच गई। डी.सी.पी. गुरमीत सिंह ने बताया कि हैप्पी संधू अपने दोस्त मुखुल और इंद्रजीत के साथ किशनपुरा में रह रहा था। आज शाम भी वे सभी इकट्ठे थे कि वहां अचानक गोली चल गई। जो कि हैप्पी के गले में लगी। हैप्पी को अस्पताल ले जाया गया और मौके पर ब्लड साफ कर दिया गया। डी.सी.पी. गुरमीत ने बताया कि हैप्पी के खिलाफ तीन एफ.आई.आर. तो थाना नंबर 8 में ही दर्ज हैं। एक सवाल के जवाब में डीसीपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में स्पष्ट है कि गोली अचानक चली। उसके साथ मौजूद रहे मुखुल और इंद्रजीत के सामने आते ही स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। वैपन के बारे में डीसीपी गुरमीत ने बताया कि जांच में ही पता चलेगा कि वैपन लाईसैंसी है या अवैध। उधर, चर्चा है कि जहां पर हैप्पी अपने दोस्तों के साथ रहता था वहां कारतूस और खोल भी बरामद हुए हैं।
घर पर नहीं दोस्तों के साथ ही रहता थै हैप्पी
24 घण्टे में शहर में फायरिंग की दूसरी घटना ने कमिश्नरेट पुलिस को हिला कर रख दिया, लेकिन डी.सी.पी. गुरमीत सिंह व उनकी टीम द्वारा की गई जांच में लगभग 2 घण्टे बाद ही स्थिति स्पष्ट हो गई। पुलिस ने राहत की सांस ली कि हैप्पी की मौत हत्या नहीं है। जानकारी के मुताबिक किशनपुरा में मारा गया युवक हैप्पी संधू मूल रूप से अमृतसर का रहने वाला है। कुछ सालों से जालंधर के सुच्ची पिंड ईलाके में मां के साथ रह रहा था। पुलिस के मुताबिक पिछले काफी समय से हैप्पी मां से भी अलग अपने दोस्तों के साथ ही रहता था।
प्रारंभिक जांच में पता चला कि हैप्पी संधू भी अपराधिक प्रवृत्ति का था। उसके खिलाफ कई केस दर्ज हैं। कुछ अन्य ग्रुपों के साथ उसका विवाद भी चलता रहता था। मृतक की मां ने रोते हुए दो युवकों का नाम लेते हुए कहा कि उनके साथ रहता था और किसी के घर जाकर इन्होने गोलियां भी चलाई थी। मृतक की मां के मुताबिक कुछ दिन पहले फायरिंग की घटना के बाद हैप्पी को जान से मार डालने की धमकी भी दी गई थी। चर्चा है कि हैप्पी संधू का प्रीत नगर में हुए टींकू हत्याकांड में एक पक्ष के साथ संपर्क में था।
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