Prabhat Times
जालंधर। महानगर के महत्त्वपूर्ण और चर्चित मेजर सिंह-सिमरणजीत सिंह (major singh-simranjit singh) विवाद में आज एक बार फिर पंजाब खादी बोर्ड के डायरेक्टर मेजर सिंह को अदालत ने झटका दिया है। मेजर सिंह द्वारा आर.टी.आई. एक्टीविस्ट तथा अन्य नेताओं का नाम लिख कर अदालत में जांच के लिए दायर की गई रिट पटीशन अदालत ने रिजैक्ट कर दी है।
अदालत का कहना है कि केस दर्ज हुए अभी एक महीना भी नहीं हुआ है। इस पर लोकल स्तर पर ही जांच होनी चाहिए। बताया जा रहा है कि मामले की जांच आई.पी.एस. अधिकारी द्वारा की जाएगी।
बता दें कि कुछ दिन पहले पंजाब खादी बोर्ड के डायरेकटर मेजर सिंह ने आर.टी.आई. एक्टीविस्ट सिमरनजीत सिंह पर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाते हुए पुलिस को पकड़वाया और केस दर्ज करवाया। पुलिस ने केस कर इनवेस्टीगेशन ज्वाईन करवा कर सिमरनजीत सिंह को छोड़ दिया।
ये मामला अगले ही उस समय तूल पकड़ गया जब मेजर सिंह ने सिमरनजीत सिंह को संरक्षण देने के आरोप वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं पर मढ़ दिए। जिस कारण मामला चर्चा का विषय बन गया।
लेकिन अगले ही दिन मेजर सिंह औॅर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के बीच बढ़ रही दूरियां कम हुई। लेकिन इसी बीच मेजर सिंह द्वारा आर.टी.आई. की आढ़ में चल रहे ब्लैकमैेलिंग के धंधे को करोड़ों का स्कैम बताते हुए अदालत में जांच के लिए रिट पटीशन दायर की।
अदालत में सिमरनजीत सिंह ने भी अपना पक्ष रखा। सिमरनजीत के वकील ने बताया कि उनकी तरफ से मारपीट की शिकायत पर कार्रवाई नहीं हुई है। ये शिकायत अभी पुलिस के पाच जांच अधीन है।
पता चला है कि आज दोपहर बाद अदालत ने रिट पटीशन रिजैक्ट कर दी है। अदालत का कहना है कि केस दर्ज हुए अभी एक महीना हुआ है। पुलिस लोकल स्तर पर जांच कर रही है। उधर, मेजर सिंह का कहना है कि अभी उनके पास अदालत के आदेश की कापी नहीं आई। फिलहाल स्पीकिंग आर्डर हुए हैं। आदेश की कापी आने के पश्चात वे फिर कानूनी राय लेंगे।

ये भी पढ़ें