जालंधर। शिरोमणि अकाली दल से अलग होने के पश्चात भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए पंजाब में मुश्किले कम नहीं हो रही है।
शिअद से भाजपा को खतरा है ही, लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी के लिए नई समस्या खड़ी हो गई है। पिछले काफी समय से अंदर ही अंदर सुलग रही विद्रोह की चिंगारी भड़क गई है।
काफी समय से भारतीय जनता पार्टी पंजाब के शीर्ष नेताओं द्वारा हाशिए पर रखे गए टक्साली नेताओं ने कमर कस ली है। आज रात भाजपा के टक्साली नेताओं की बैठक जालंधर के एक होटल में हुई है।
जिसमें एकमत से फैसला लिया गया है कि आगामी चुनावों में टक्साली नेताओं द्वारा टिकट के लिए हाईकमान के समक्ष जोरदार तरीके से अपने उम्मीदवारों की दावेदारी पेश की जाएगी।
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी जालंधर में पिछले काफी समय से अंदर ही अंदर विवाद चल रहा है। कई दशकों से पार्टी से जुड़े संघीय परिवारों, नेता खुद को इगनौर फील कर रहे हैं।
लेकिन शिअद से नाता टूट जाने के पश्चात अब टक्साली नेता भी एकजुट हो गए हैं। आज जालंधर के एक होटल में संघ और भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रवि महेन्द्रू, तरसेम कपूर, गोपाल दास (पेठेवाले), चंद्र सैनी, विपन आनन्द, विपन शर्मा गोल्डी, इंद्र प्रकाश अरोड़ा, पुरषोत्तम हैप्पी, अजय खन्ना, अश्वनी पुरी, राजेन्द्र खरबंदा, राज कुमार कश्यप, सतीश धीर व अन्य लोग शामिल हुए।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में सभी की एकमत है कि जालंधर के ही शीर्ष नेताओं ने हाईकमान के आंखो में धूल झोंक रहे हैं। आम कार्यकर्ता तथा जमीन से जुड़े वर्करों की बात या एतराज पार्टी हाईकमान तक पहुंचने ही नहीं दिया जाता।
लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। बैठक में चर्चा हुई कि विधानसभा हल्का जालंधर नार्थ, सैंट्रल व अन्य सीटों पर टक्साली नेताओं द्वारा अपने उम्मीदवारों कों आगे कर टिकट के लिए दावेदारी जताई जाएगी।
बैठक में नार्थ हल्के से टक्साली नेताओं की तरफ से चुनाव मैदान में उतारने वाले नेताओं के बारे में भी चर्चा की गई। जिसमें रवि महेन्द्रू, तरसेम कपूर तथा अश्वनी पुरी का नाम फिलहाल लिया गया है।
सूत्रो ने बताया कि टक्साली नेताओं द्वारा अब आने वाले दिनों में अन्य विधानसभा हल्को में भी ईग्नौर फील कर रहे नेताओं व कार्यकर्ताओं को भी एकजुट किया जाएगा।