मुंबई। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने मुंबई में अभिनेता अर्जुन रामपाल (arjun rampal) के परिसर में छापेमारी की।
उधर, फिल्म निर्माता फिरोज नाडियाडवाला नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के दफ़्तर पहुंचे। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने उन्हें समन किया था।
आज सुबह अर्जुन रामपाल के घर एनसीबी अफसर पहुंचे थे, बताया जा रहा है कि रामपाल के घर एनसीबी ड्रग्स की तलाश कर रही है उन्हें इसकी सूचना सूत्रों से मिली है।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में बॉलीवुड का ड्रग कनेक्शन सामने निकलकर आया था।
इसके बाद एनसीबी ने फिल्म इंडस्ट्री के ड्रग्स से जुड़ने की बात को परत-दर-परत खोलना शुरू किया।
पिछले महीने रामपाल की गर्लफ्रेंड गेब्रिएला के भाई को ड्रग्स के केस में एनसीबी के गिरफ्तार किया था।
एनसीबी ने मुंबई में एक नाइजीरियाई नागरिक से कोकीन बरामद करने के एक अन्य मामले में धर्माटिक एंटरटेनमेंट के पूर्व कार्यकारी निर्माता क्षितिज प्रसाद को हिरासत में लिया है।
एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। प्रसाद को इससे पहले अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े ड्रग्स मामले में एनसीबी ने गिरफ्तार किया था।
अधिकारी ने बताया कि एनडीपीएस की एक विशेष अदालत ने बुधवार को एनसीबी को कोकीन बरामद किए जाने के मामले में प्रसाद को हिरासत में लेने की अनुमति दी।
पिछले महीने उपनगरीय अंधेरी में नाइजीरियाई नागरिक उका एमेका से चार ग्राम कोकीन बरामद की गई थी।
उन्होंने बताया कि प्रसाद के अलावा, एनसीबी ने इसी मामले में अफ्रीकी नागरिक एगिल्सलाओस डेमेट्रियाडेस को भी हिरासत में लिया है।
एक बॉलीवुड सेलिब्रिटी के करीबी डेमेट्रियाडेस को पिछले महीने पड़ोसी जिले पुणे के लोनावला से गिरफ्तार किया गया था।
एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े के नेतृत्व में एक टीम मामले की जांच कर रही है।
प्रसाद फिल्म निर्माता करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शंस की एक सहायक संस्था धर्माटिक एंटरटेनमेंट के साथ जुड़े थे।
उन्हें राजपूत की मौत से संबंधित ड्रग्स मामले में 26 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था।
बॉलीवुड से जुड़े ड्रग्स मामले में एनसीबी द्वारा गिरफ्तार किए गए धर्मा प्रोडक्शन के पूर्व कार्यकारी निर्माता क्षितिज रवि प्रसाद ने यहां एक विशेष अदालत में कहा है कि उसे एजेंसी के अधिकारियों ने उसे रणबीर कपूर, डीनो मारिया और अर्जुन रामपाल को ‘गलत तरीके से फंसाने बाध्य’ किया।
एनसीबी ने इन आरोपों को ‘झूठा और बेबुनियाद’ करार दिया। दिलचस्प है कि प्रसाद के वकील सतीश मानशिंदे ने पहले अदालत से कहा था कि आरोपी को एनसीबी अधिकारी फिल्मकार करन जौहर के खिलाफ बयान देने के लिए परेशान और ब्लैकमेल कर रहे हैं।
एनडीपीएस की एक विशेष अदालत ने शनिवार को छह अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
अदालत के समक्ष अपने ताजे बयान में आरोपी ने कहा, ‘‘ अपने पिछले बयान के बाद (मैं कहना चाहता हूं कि वर्तमान कार्यवाही में रणबीर कपूर, डीनो मारिया और अर्जुन रामपाल को गलत तरीके से फंसाने के लिए मुझे बार बार परेशान और बाध्य किया जा रहा है।’’
प्रसाद ने कहा,‘‘ मेरे यह बार बार कहने के बावजूद कि मैं उक्त व्यक्तियों को नहीं जानता…मुझे उनके विरुद्ध आरोपों की कोई जानकारी नहीं है…।’’