जालंधर। महानगर जालंधर के मशहूर रत्न अस्पताल (rattan hospital) में आज देर शाम लिंग निर्धारण टेस्ट को लेकर जब्रदस्त हंगामा हुआ।
अस्पताल में विवाद की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और कुछ लोगो को हिरासत में ले लिया।
लेकिन जांच के बाद खुलासा हुआ कि उक्त लोगों को सेहत विभाग की टीम ने ही अस्पताल में हो रहे कथित लिंग निर्धारण टेस्ट का खुलासा करने के लिए भेजा था।
देर शाम सेहत विभाग की शिकायत पर रत्न अस्पताल के डाक्टर बलराज गुप्ता व एक महिला कर्मचारी पूनम के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक आज शाम महिला समेत कुछ लोग रत्न अस्पताल पहुंचे।
महिला द्वारा लिंग निर्धारण के लिए बात की गई और आरोप है कि अस्पताल के डाक्टर व स्टाफ ने इसके लिए हां कर दी।
इसी बात को लेकर अस्पताल में हंगामा हो गया। हंगामे की सूचना मिलते ही ए.सी.पी. सतिन्द्र चड्डा व पुलिस टीम मौके पर पहुंची।
पुलिस ने लिंग निर्धारण करवाने आए महिला व युवक को हिरासत में ले लिया। युवक ने मौके पर बताया कि वे लोग सेहत विभाग के कहने पर ही स्टिंग करने आए हैं।
पुलिस उक्त लोगों को थाना ले गई। लेकिन इसके पश्चात जालंधर की सिविल सर्जन गुरिन्द्र चावला की शिकायत पर डाक्टर बलराज गुप्ता व महिला कर्मचारी पूनम के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
सेहत विभाग के अधिकारियों के मुताबिक उन्हें सूचना थी कि अस्पताल में लिंग निर्धारण टेस्ट तथा अबार्शन तक किया जाता है।
सूचना मिलने के पश्चात प्राईवेट लोगों को स्टिंग के लिए भेजा गया। स्टिंग में मिले सबूत के आधार पर ही शिकायत दी गई है।
जालंधर पुलिस द्वारा डाक्टर बलराज गुप्ता व पूनम के खिलाफ पी.सी.पी.एन.डी.टी. एक्ट के अधीन केस दर्ज किया गया है। समाचार लिखे जाने तक गिरफ्तारी की सूचना नहीं थी।
आरोप निराधार: डाक्टर बलराज गुप्ता
दूसरी तरफ डाक्टर बलराज गुप्ता का कहना है कि लिंग निर्धारण के आरोप बिल्कुल निराधार हैं। उनके अस्पताल में ऐसा कोई टेस्ट नहीं होता।
आज भी महिला ने जब अंदर आकर इस बारे में कहा तो उनकी तरफ से मना करके बाहर जाने के लिए कहा गया।
डाक्टर बलराज ने आशंका जताई कि ये सब किसी साजिश का हिस्सा है।