अमृतसर। पिछले कई माह से राजनीति के मैदान के बाहर बैठे आज अचानक एक बार फिर मैदान में आ गए हैं।
केंद्र सरकार द्वारा कृषि बिल के विरोध में नवजोत सिद्धू सीधे रूप से किसानों के साथ आ आकर बड़ा काम किया है।
यहां तक कि राज्य में पंजाब कांग्रेस द्वारा फिलहाल कृषि बिल को लेकर कोई सट्रेटजी तैयार नहीं की गई है, लेकिन बेबाक शैली रखने वाले नवजोत सिद्धू अकेले ही सड़क पर आ गए हैं।
केंद्र सरकार के खेती आर्डीनैंस के विरोध में नवजोत सिंह सिद्धू खुलकर मैदान में उतर आए है। इस आर्डीनैंस के खिलाफ सिद्धू की तरफ से अमृतसर में रोष प्रदर्शन किया गया।
कई माह बाद राजनीतिक मैदान में उतरे नवजोत सिद्धू ने पहले ही दिन इतना भारी इकट्ठ करके सीधा सिक्सर लगा दिया है।
प्रदर्शन, नारेबाजी के साथध ही नवजोत सिद्धू ने कहा कि किसान हमारी पगड़ी हैं, किसानों के साथ ही हमारा वजूद है।
केंद्र सरकार ने हमारी पगड़ी पर हाथ डाला है, जिसे किसी कीमत पर बर्दाशत नहीं किया सकता, जिसका जवाब देना पड़ेगा। इसलिए वह मैदान में उतरे हैं।
खेती बिलों को काला कानून बताते हुए सिद्धू ने कहा कि केंद्र सरकार इलैक्ट्रीसिटी बिल भी लिया रही है, इस बिल से सारी ताकत केंद्र सरकार के पास चली जाएगी।
सिद्धू ने कहा कि आज वह किसी पार्टी या किसी पक्ष की बात करने नहीं बल्कि अपने वजूद की बात करने और अपनी पगड़ी की बात करने आया हूं।
पंजाब के सभी विधायक कोई भी पार्टी हो, सभी इन बिलों का विरोध कर रहे हैं। सिद्धू ने कहा कि वह आखिरी सांस तक इस किसान विरोधी आर्डीनैंस का विरोध करते रहेंगे।
बता दें कि नवजोत सिद्धू पिछले कई माह से बिल्कुल चुप्पी साधे हुए थे। हालांकि कुछ माह पहले उनके कांग्रेस छोड़ किसी और पार्टी का दामन थामने की चर्चाएं भी तेज रही।
लेकिन सिद्धू ने चुप्पी साधे रखी। लेकिन अब कृषि बिल के इस मामले में नवजोत सिद्धू बाहर निकले हैं।
उन्होने सिर्फ और सिर्फ केंद्र पर ही निशाना साधा है। चर्चा है कि नवजोत सिद्धू पिछले समय में कई मुद्दों पर बिल्कुल चुप रहे।
लेकिन अब कृषि मुद्दे पर सामने आकर उन्होने अकाली दल के वोट बैंक में सेंधमारी करने का जब्रदस्त प्रयास किया है।
आज सुबह अमृतसर में उनका इकट्ठ से स्पष्ट है कि आज भी उनका वोटबैंक बिल्कुल पक्का है।
अब देखना ये है कि आने वाले दिनों में नवजोत सिद्धू इसी तरह राजनीतिक क्रीज़ ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हैं या फिर चुप हो जाएंगे।