जालंधर। कमिश्नरेट पुलिस ने अवैध हथियारों की सप्लाई करने वाले एक अंतर्राज्यीय गैंग का पर्दाफाश करते हुए सात सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनसे .32 बोर के 12 अवैध पिस्टल और 15 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
ये सभी सदस्य पंजाब के विभिन्न शहरों से अवैध हथियारों की सप्लाई का कारोबार चला रहे थे।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान न्यू राजन नगर के सूरज, आदमपुर के विजय कुमार, अमृतसर के अरजनमंगा गांव के जोबनजीत सिंह, पठानकोट के प्रेम नगर के साहिल सैनी, बटाला के भोमा से अमृतपाल सिंह, हकीमी गेट अमृतसर से केशव खेड़ा और फतेहगढ़ साहरिब के गांव खेरी वीर सिंह से हरमनदीप सिंह के रूप में हुई है।
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि 9 सितंबर को पुलिस डिपार्टमेंट के पास स्थानीय ग्लोबल अस्पताल से पीलीभीत उत्तर प्रदेश के रहने वाले अभिनव मिश्रा के गोली लगने से घायल होने की सूचना प्राप्त हुई थी, जिस पर बस्ती बावा खेल की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की।
पुलिस कमिश्नर ने बताया जांच में यह सामने या कि कि सूरज ने अवैध हथियारों का इस्तेमाल करते हुए अभिनव पर गोलियां चलाई थी क्योंकि उसे सूरज पर परिवार की महिलाओं के प्रति बुरी नीयत रखने का संदेह था। उन्होंने बताया कि इस सुराग का पीछा करते हुए पुलिस ने सूरज को काबू किया और पूछताछ शुरू की।
इसके बाद उससे अवैध हथियार के बारे में पूछा, जिसमें पता चला कि वह अभिनव के साथ मिलकर पंजाब में अवैध हथियारों व असले की सप्लाई का काम करता है।
यह हथियार व मध्यप्रदेश के इंदौर से पंजाब में पिछले कुछ समय से लाकर सप्लाई कर रहा है। वह कई लोगों को अब तक हथियार मुहैया करवा चुका है।
झज्जर स्थित सूरज के घर से पुलिस ने चार पिस्टल, नौ कारतूस बरामद किया।
इसी तरह दो पिस्टल और दो जिंदा कारतूस जोबनजीत और अमृतपाल से बरामद हुए, एक पिस्टल और दो कारतूस साहिल और एक-एक पिस्टल केशव, विजय कुमार और हरमनदीप सिंह से बरामद हुई।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि सूरज, जोबनजीत और केशव खेड़ा के खिलाफ पहले ही दो आपराधिक मामले दर्ज हैं और विजय कमार के खिलाफ आठ केस दर्ज हैं।
विजय कमार को पुलिस कपूरथला जेल और जोबनजीत को गुरदासपुर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाई थी।
उन्होंने बताया कि सूरज पुलिस हिरासत में है जबकि अभिनव का इलाज चल रहा है हालांकि बाकी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
सूरज से सीनियर अधिकारियों की ओर से पूछताछ जारी है, जिसमें और खुलासे होने की संभावना है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि अभिनव की हालत सुधरने के बाद उसे गिरफ्तार किया जाएगा और पूछताछ की जाएगी।
उन्होंने कहा कि इस मामले में शानदार कारगुजारी का प्रदर्शन करने वाली सीआईए टीम और उनके इंचार्ज हरविंदर सिंह का नाम डीजीपी स्पेशल डिस्क के लिए प्रस्तावित किया जाएगा।
पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 307, 188 और 25-54-59 आर्म्स एक्ट, एपिडेमिक डिसीज एक्ट की धारा 3 व डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट की धारा 51 के तहत केस दर्ज कर लिया है।