जालंधर (ब्यूरो): सावन मास में शिवभक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए अनेकों उपाय करते हैं। भगवान भोलेनाथ अपने भक्तों से प्रसन्न होकर उनको मनचाहा वरदान प्रदान करते हैं। सावन मास में राशि अनुसार भोलेनाथ की आराधना करने से शिवभक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
श्रावण मास शुरू हो चुका है। भगवान शिव भक्तों पर शंकर भोले की अपार कृपा रहती है। लेकिन भक्तों के मनों में तरह तरह की भ्रांतियां रहती हैं और ऊपर से लॉकडाउन होने के कारण कई बार पूजा अर्चना को लेकर भक्त असमंजस में रहते है। लेकिन जालंधर में सेवक धूप फैक्ट्री के संचालक व एस्ट्रोलजर प्रिंस शर्मा से श्रावण मास को लेकर बात की गई। एस्ट्रोलजर प्रिंस शर्मा ने अपने ज्योतिष ज्ञान से विभिन्न राशि के बारे में अपने विचार दिए। पढ़ें क्या कहते हैं एस्ट्रोलोज़र प्रिंस शर्मा…
श्रावण का महीना 6 जुलाई से आरंभ हो चुका है। यह महीना भगवान शिव को अति प्रिय होता है। शास्त्रों के अनुसार पार्वती माता ने इसी महीने में भगवान शिव की तपस्या की थी। सावन में मंगलवार को मंगलागौरी व्रत, बुधवार को बुध गणपति व्रत, बृहस्पतिवार को बृहस्पति देव व्रत, शुक्रवार को जीवंतिका व्रत, शनिवार को बजरंग बली व नृसिंह व्रत और रविवार को सूर्य व्रत होता है।
— शास्त्रों के अनुसार पार्वती माता ने इसी महीने में भगवान शिव की तपस्या की थी। श्रावण महीने के आखिर में तीज और रक्षाबंधन जैसे त्योहार मनाए जाते हैं। इस महीने के सोमवार विशेष रूप से भगवान शिव को समर्पित हैं।
श्रद्धालु उपवास रखते हैं और मंदिरों में जाकर दूध, जल और बिल्व पत्र चढ़ाते हैं। श्रावण मास के पहले सोमवार को कई भक्त (दोनों विवाहित और अविवाहित महिलाएं) अपनी 16 सोमवार व्रत की शुरुआत करते हैं।
— ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भगवान शिव 12 राशियों में से 5 राशियों पर अपनी कृपा बरसाएगे –>
वृषभ -पूरे सावन माह में इस राशि के लोगों के लिए सफलताओं का योग है। आपकी वाणी प्रभावी होगी और आपके काम बनेंगे। सकारात्मक सोच से आप नए काम कर सकेंगे और उसमें भी सफलता हासिल करेंगे।
सिंह -सिंह राशि के लोगों के लिए आर्थिक मामलों में अच्छा संकेत है। आपकी क्षमता में विकास होगा। धन लाभ के योग हैं। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। अपनों से प्रेम संबंध मजबूत होंगे। यदि आप कारोबारी हैं तो बिजनेस पर पकड़ बना सकेंगे। बिजनेस में लाभ का अनुपात बढ़ेगा। यदि पैसा इन्वेस्ट कर रहे हैं तो इसमें सफलता मिल सकती है। आप अपने काम का विस्तार भी कर सकेंगे।
कन्या -आपके कार्यक्षेत्र में नई संभावनाएं नज़र आ रही हैं। आपका प्रमोशन हो सकता है। बदलाव के संकेत हैं लेकिन यह बदलाव शुभ होगा। धन एवं संपत्ति के मामलों में काम बनेंगे। आपमें कार्य क्षमता विकसित होगी और आप पेशेवर ढंग से काम को करेंगे। समाज में आपका सम्मान बढ़ेगा। काम का विस्तार संभव है।
वृश्चिक -सावन माह में आपको कोई बड़ी सफलता मिल सकती है। यह कार्य क्षेत्र से लेकर निजी जीवन, परिवार किसी भी क्षेत्र में हो सकती है। आपके भीतर एक प्रकार का अनुशासन पनपेगा जिसके चलते आप बेहतर काम कर सकेंगे। समय तेजी से बदलने का संकेत दे रहा है। इस अवसर का लाभ उठाना श्रेयस्कर होगा। अपने मनोबल के चलते आप कठिन कार्यों को भी आसानी से कर सकेंगे।
मीन -मीन राशि के लोग हालातों से बेहतर तालमेल बना सकेंगे। शिक्षा जगत से जुड़े लोगों के लिए अच्छा समय है। घर-परिवार में व्यर्थ बहस करने से बचें तो ठीक रहेगा। जिद आदि ना करें अन्यथा आप मुसीबत में फंस सकते हैं। सावन माह में आपकी क्षमता और कौशल निखर जाएगा और आप अपना प्रभाव छोड़ पाएंगे। दांपत्य जीवन में सब कुछ कुशल मंगल रहेगा।
— सावन माह में भगवान शिव की आराधना की जाती है। यह महीना भगवान शिव को अति प्रिय है। ज्योतिष शास्त्र में ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति अपनी राशि अनुसार विशेष उपाय करता है, उसे भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त होता है। सावन में किए जाने वाले राशि अनुसार उपाय से जातकों की कामनाएं पूर्ण होती हैं। आइए जानते हैं आपको अपनी राशि के अनुसार सावन माह में कौन से उपाय करने चाहिए –>
- मेष राशि के जातक सावन माह में गुण सहित शिव जी का जल अभिषेक करें।
- वृष राशि के जातक शिवजी को सफेद रंग की चीजें चढ़ाएं जैसे कि चंदन, दूध, शक्कर इत्यादि।
- मिथुन राशि के जातक गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें।
- कर्क राशि के जातक शिवलिंग पर घी चढ़ाएं।
- सिंह राशि के जातक गुड और जल से शिवलिंग का अभिषेक करें।
- कन्या राशि के जातकों को शिवलिंग पर पान और भांग चढ़ाने चाहिए।
- तुला राशि के जातक दही और शहद शिवलिंग पर चढ़ाएं
- वृश्चिक राशि के जातक दूध, दही, गुड़, घी और शक्कर से शिवलिंग का अभिषेक करें।
- धनु राशि के जातक हल्दी और दूध से शिवलिंग का अभिषेक करें।
- मकर राशि के जातक नारियल पानी से शिवलिंग का अभिषेक करें।
- कुंभ राशि के जातक तिल के तेल से शिवलिंग का अभिषेक करें।
- मीन राशि के जातक दूध में केसर मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं।
करोना संकट के चलते अगर मंदिर न जाया जाए तो घर पर भी शिव जी को यह सब चीजें अर्पण कर सकते हैं।