नई दिल्ली (ब्यूरो): दुनिया में युवाओं को रिस्क लेने के लिए जाना जाता है। युवा हर तरह के खतरे उठाने के लिए तैयार होते हैं। किसी भी देश के युवा उस देश की तरक्की के जिम्मेदार होते हैं। लेकिन कई बार युवा जोश में जोश में अपने साथ औरों का नुकसान कर बैठते हैं।
ऐसा ही कुछ इन दिनों अमेरिका के दक्षिण क्षेत्र में स्थित राज्य अलबामा के स्टूडेंट्स कर रहे हैं। ये युवा कोरोना संक्रमित होने के लिए पार्टियों का आयोजन कर रहे हैं। इसके बाद जो भी वायरस से पहले संक्रमित होगा, उसे इनाम में कैश दिया जा रहा है।
लापरवाही की हद देखिये कि इन पार्टीज में शामिल होने के लिए हजारों युवा भी आ रहे हैं। देश के कौंसिलर सोन्या मैककिनस्ट्री ने इस तरह के पार्टियों के आयोजन की बात को स्वीकारा।
साथ ही कहा कि इन पार्टियों में शामिल कई युवा कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। साथ ही इनमें जिन्हें सबसे पहले ये वायरस अपनी चपेट में लेता है, उसे इनाम भी दिया जा रहा है।
यहां टुस्कालूसा में लोग जबरदस्ती कोरोना फैलाने के लिए पार्टियों का आयोजन कर रहे हैं। साथ ही लोगों को इसमें इन्वाइट किया जा रहा है।
सिटी कौंसिलर सोन्या मैककिनस्ट्री के मुताबिक, इन पार्टियों में आए लोग सबसे पहले एक पॉट में पैसे जमा करते हैं। इसके बाद जो भी इस पार्टी में सबसे पहले कोरोना पॉजिटिव होता है, उसे पैसों से भरा मटका दे दिया जाता है।
दरअसल, अचानक ही अलबामा यूनिवर्सिटी और शहर के प्रमुख कॉलेजेस में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ गई थी। डिपार्टमेंट ऑफ़ पब्लिक हेल्थ के मुताबिक, अचानक ही यहां कोरोना के 2 हजार 49 मामले और मौत के 38 केस सामने आए। इसके बाद प्रशासन हरकत में आई।
जब जांच की गई तो पता चला कि संक्रमित स्टूडेंट्स में कई कॉमन पार्टी में शामिल हुए थे। इसके बाद पार्टी के बारे में पड़ताल करने पर पता चला कि ये पार्टी कोरोना इन्फेक्शन लेने के लिए जबरदस्ती आयोजित किया गया था।
सिटी कौंसिल का कहना है कि उन्हें पहले भी इस तरह की पार्टी की जानकारी मिली थी। लेकिन उस समय उन्हें लगा कि ये महज अफवाह है। कोई भी इतना बेवक़ूफ़ नहीं हो सकता कि कोरोना जैसा संक्रमण जानते हुए लेगा।
लेकिन जब अचानक स्टूडेंट्स में केस की बढ़त हुई, तब इसकी जांच की गई। और जांच में ये बात सच निकली। स्टूडेंट्स मस्ती में ऐसी पार्टियों का आयोजन कर रहे हैं और जानते हुए संक्रमित हो रहे हैं।
अब संक्रमण के मामलों को देखते हुए यहां 31 जुलाई थक सेफर एट होम डिक्लेयर कर दिया गया है। यानी लोगों को अब 31 जुलाई तक घरों में रहना है। खासकर युवाओं को घर से बाहर निकलकर इस संक्रमण को और ना फ़ैलाने की अपील की गई है।