नई दिल्ली (ब्यूरो): भारत में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। देश में कोरोना मरीजों की संख्या 5 लाख पहुंच चुकी है। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 1 लाख पहुंचने में 110 दिन का समय लगा जबकि 5 लाख का आंकड़ा पार करने के लिए सिर्फ 39 दिन लगे हैं।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 19 मई को भारत में कोरोना के मरीजों की संख्या 1 लाख थी, जिसमें पॉजिटिविटी रेट 4.89 फीसदी था। आखिरकार ऐसा क्या हुआ कि भारत में कोरोना के मामले इतनी तेजी से बढ़ गए।
चिकित्सा विशेषज्ञों ने इस पर गहरा अध्ययन किया है और इस बात का पता लगाया है कि आखिरकार कोरोना के स्पाइक की वजह क्या है।
15 दिन में 1 लाख से ज्यादा केस
इन आकंड़ों के मुताबिक 19 मई से लेकर अब तक (27 जून) यानी कुल 39 दिनों में ही 407814 मामले सामने आए हैं। 19 मई के बाद कोरोना के मामलों में लगातार इजाफा देखने को मिला।
19 मई से 3 जून के बीच कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 2,07,615 पहुंच गई। पॉजिटिव रेट 6.49 फीसदी रहा। यानी 15 दिनों में कोरोना के मामलों में 106476 का इजाफा हुआ।
15 नहीं अब सिर्फ 10 दिनों में 1 लाख केस
3 से 13 जून के आंकड़ों की बात की जाए तो महज 10 दिन में संक्रमितों की संख्या 3,08,993 पहुंच गई। यानी एक लाख का आंकड़ा जो पिछली बार 15 दिनों पार हुआ था वो महज 10 दिन में पार हो गया। इस दौरान पॉजिटिविटी रेट 7.97 फीसदी पर पहुंच गया।
13 जून के बाद मानों दिन कम होते गए और कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ता गया। 13 जून से 21 जून के बीच कोरोना के 1,01,468 मामले सामने आए। यानी की जो आंकड़ा पहले 15 दिनों का था, फिर वो 10 दिनों का हुआ और अब महज 8 दिनों में कोरोना के 1 लाख मामले सामने आए।
6 दिन में ही एक लाख के करीब
इसके बाद करीब एक लाख मामले पहुंचने में और भी कम दिन लगे. इस बार यह आंकड़ा मात्र 6 दिन में ही पूरा हो गया। 27 जून को कोरोना के कुल आंकड़े 50,8,953 हो गए यानी बीते 6 दिनों में 98,492 पहुंच गए। इसके साथ ही पॉजिटिविटी रेट भी 8.41 फीसदी पर पहुंच गया।