चंडीगढ़ (ब्यूरो): पंजाब के सी.एम. अमरेंद्र सिंह ने एक बार फिर कहा है कि लॉकडाउन समय में प्राईवेट स्कूलों द्वारा अभिभावकों से फीस वसूलना गल्त है। फीस वसूलने संबंधी पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ पंजाब सरकार द्वारा रिव्यू पटीशन फाईल की जाएगी।
बता दें कि कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के दौरान सभी स्कूल, कालेज बंद रहे। पंजाब सरकार ने पहले फैसला लिया था कि प्राईवेट स्कूल वाले लॉकडाउन समय के दौरान प्राईवेट स्कूल बच्चों के अभिभावकों से फीसें नहीं लेंगे।
लेकिन ये मामला अदालत चला गया। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से प्राईवेट स्कूलों को राहत मिल गई।
लेकिन अब एक बार फिर पंजाब के सी.एम. अमरेंद्र सिंह ने कहा है कि फीस वसूलने को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा दिए गए फैसले के खिलाफ पंजाब सरकार रिव्यू पटीशन दायर करेगी।
मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने कहा कि जब तक सेहत विभाग द्वारा हरी झण्डी नहीं हो जाती, तब तक स्कूल कालेज खोलने का सवाल ही नहीं उठता। क्योंकि उनके लिए छात्रों की सेहत व सुरक्षा ज्यादा महत्वपूर्ण है।
पटियाला में कुछ अभिभावकों की तरफ से स्कूलों खोलने के लिए किए गए रोष प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अपनी वीडियो कान्फ्रैंस में कहा कि बच्चों की सेहत के साथ किसी किस्म का समझौता नहीं होगा। तब तक स्कूल नहीं खुलेंगे, जब तक मैडीकल राय नहीं मिल जाती।
लॉकडाउन समय स्कूलों की तरफ से फीस वसूलने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राईवेट स्कूलों को जो समय नहीं पढ़ाया गया, उस दौरान फीस न वसूलने का सही फैसला लिया था।
उन्होने कहा कि स्कूल बंद होने पर अभिभावकों से फीस वसूलनी गल्त है। उन्होने कहा कि इस मामले में राज्य सरकार की तरफ से हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ जल्द ही रिव्यू पटीशन डाली जाएगी।