संगरूर (ब्यूरो): इंडियन ऑयल कार्पोरेशन की नई टैंडर पॉलिसी के विरोध में आल इंडिया टैंकर यूनिअन ने सोमवार से हड़ताल का ऐलान किया है। यूनिअन ने स्पष्ट कहा है कि आई.ओ.सी. की ट्रांसपोर्टर विरोधी नीति के खिलाफ हड़ताल शुरू की जा रही है।
सोमवार से पंजाब के जालंधर, संगरूर व बठिंडा टर्मीनल से यूनिअन का कोई सदस्य पैट्रोल डीज़ल की सप्लाई नहीं करेगा। यूनिअन के इस फैसले से पंजाब से जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश व आर्मी को होने वाली पैट्रोल डीज़ल की सप्लाई बुरी तरह से प्रभावित होगी।
यूनिअन की बैठक आज संगरूर में हुई। जिसमें प्रधान बहादुर सिंह तथा जालंधर से श्री किशन लाल शर्मा विशेष तौर पर पहुंचे। बैठक में सर्वसम्मति से हड़ताल का फैसला लिया गया। यूनिअन नेताओं ने कहा कि आई.ओ.सी. की गल्त पॉलिसी के कारण करीब 1500 लोगों के परिवार प्रभावित हो रहे हैं।
बातचीत करते हुए प्रधान बहादुर सिंह व किशनलाल शर्मा ने बताया इतिहास मे पहली बार बिना बैठक के तानाशाही टेंडर इंडियन आयल के अधिकारियों ने मिलीभगत करके निकाला है क्योंकि टेंडर आने से पहले पॉलिसी लीक होने की वजह से हज़ारों लोग परेशान हो गये है।
यूनियन नेताओ ने कहा इंडियन आयल के अधिकारियों ने मिलीभगत कर करोना महामारी मे दिन रात कार्य करने वाले लोगो को नुक़सान एवं चहेतो को लाभ देने के लिए ट्रांसपोटरो के पास तैयार छोटे टैंकरों के उलट साज़िशन बड़े टैंकरों का टेंडर अपने चहेतो के टैंकर तैयार करवा निकाल दिया है, जिनको इस टेंडर मे प्राथमिकता मिलेगी।
इस वजह से क़रीब सवा सौ करोड़ के लोन डिफालटर होगे और क़रीब दस हज़ार लोग प्रभावित होगे। इस अवसर पर संगरूर के प्रधान बहादुर सिंह ने कहा जनहित मे मोदी सरकार पंजाब मे किसानो की तरह ड्राइवर, हैल्परो ट्रांसपोर्टरों को आत्महत्या करने पर मजबूर होने से बचाए।
इस अवसर पर किशनलाल शर्मा ने कहा इंडियन आयल ने मोदी सरकार की सबका साथ सबका विकास, आत्मनिर्भर मुहिम को चैलेंज किया।
उन्होने कहा कि भ्रष्ट अधिकारी कभी कामयाब नही हो सकते। इस मौके पर इस नए टैडर की वजह से पंजाब इंडियन के जालंधर, संगरूर, बठिंडा के सभी प्रभावित ट्रांसपोर्टर मौजूद थे।
टैंडर पॉलिसी लीक होने के मिले प्रमाण
यूनियन नेताओ ने बताया की टैंडर पॉलिसी लीक होने के प्रमाण भी मिल गये है क्योंकि अभी टेंडर का आवेदन नही हुआ, किसी आदमी ने टैंडर अप्लाइ नही किया तो जालंधर मे मेहरा आयल ट्रांसपोर्टर ने कैसे अपने लैटर पैड पर लिख दिया की उनको टेंडर मिल गया सब खुश है।
यह सब इस ट्रांसपोर्टर व उसके सहयोगियों ने इसलिय किया क्योंकि इंडियन आयल के अधिकारी की मिलीभगत साज़िश के चलते पंजाब मे तीन चार ट्रांसपोटरो को नए टेंडर के नियमो की जानकारी टैडर आने से पहले मिल गयी।
जिसके बाद तीन चार ट्रांसपोर्टरों ने नए टैंडर नियम के अनुसार बड़ी छोटी टैंकरों के मिलान एवं प्राथमिकता के अनुसार बड़े छोटें टैंकरों ख़रीद कर तैयार कर लिए है। जिसने पहले क़भी दो से ज्यादा बडे ट्राले नही चलाए वो आदमी अपने परिवार के अलग अलग नामों से एक साथ तीस बड़े टराले कैसे ले आया।