नई दिल्ली (ब्यूरो): अब आप पेट्रोल पंप पर 4 से 5 रुपये प्रति लीटर ज्यादा देने के लिए तैयार रहिए। अगले महीने से सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल-डीजल का भाव प्रतिदिन रिवाइज करने की तैयारी में हैं। रिपोर्ट्स में आधिकारिक सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि तेल मार्केटिंग करने वाली सरकारी कंपनियां खुदरा ईंधन को लेकर पिछले सप्ताह एक बैठक की थीं।
न्यूज़ रिपोर्ट के मुताबिक इस बैठक में मौजूदा हालात का जायजा लेते हुए लॉकडाउन के बाद के लिए रोडमैप तैयार किया गया। इसमें लॉकडाउन के बाद पेट्रोल-डीजल के भाव को पहले की तरह प्रतिदिन रिवाइज करने पर भी चर्चा हुई है। IOC की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में शुक्रवार को एक लीटर पेट्रोल के दाम 71.26 रुपये है। वहीं, डीज़ल की कीमतें 69.39 रुपये प्रति लीटर है।
सरकार से लेनी होगी अनुमति
पांचवें चरण के लॉकडाउन (Lockdown 5.0) लगाने के बाद भी यह प्रक्रिया शुरू हो सकती है। हालांकि, इन कंपनियों को सबसे पहले सरकार से अनुमति लेनी होगी। लॉकडाउन की वजह से जरूरी सेवाओं को छोड़कर अन्य तरह के यातायात बंद थे। इस वजह से तेल कंपनियों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा था। उम्मीद की जा रही है पांचवें चरण के लॉकडाउन कई तरह की छूट दी जा सकती हैं। यही कारण है कि ये कंपनियां अपने एक बार फिर से तेल के दाम को प्रतिदिन रिवाइज करने के पक्ष में है।
लॉकडाउन के दौरान बिक्री में भारी गिरावट
मीडिया रिपोर्ट्स में सरकारी अधिकारी के हवाले से लिखा गया है कि पिछले महीने की तुलना में इस महीन वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के दाम में गिरावट से करीब 50 फीसदी से लाभ हुआ है।वैश्विक बाजार में कच्चे तेल का भाव 30 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर है और अब इसमें तेजी देखने को मिल रही है। कच्चे तेल के भाव में कमी होने की वजह से ग्राहकों की जेब पर एक्साइज ड्यूटी में इजाफा को असर उतना नहीं पड़ा। कोविड-19 महामारी की वजह से खुदरा ईंधन की बिक्री में वैसे भी भारी गिरावट दर्ज की गई है।
हर रोज बढ़ सकता है 50 पैसे प्रति लीटर तक भाव
तेल कंपनियों के लिए पेट्रोल-डीजल की खरीद मूल्य और बिक्री मूल्य का अंतर करीब 4 से 5 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच चुका है। ऐसे में इस बीच अगर वैश्विक बाजार में कच्चे तेल का भाव स्थिर रहता है तो इन तेल कंपनियों को इस गैप को खत्म करन के लिए करीब दो सप्ताह तक पेट्रोल-डीजल के भाव में प्रति दिन 40 से 50 पैसे प्रति लीटर का इजाफा करना होगा।
क्या है सरकार का प्लान?
हालांकि, सरकारी सूत्रों का कहना है कि पेट्रो-डीजल की खुदरा बिक्री को लेकर इन कंपनियों को एक तय लिमिट के बाद कीमतों में इजाफा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसका मतलब यह भी हो सकता है कि पेट्रोल-डीजल के भाव में 20 से 40 पैसे प्रति दिन का इजाफा होगा। संभव है कि यह कटौती इससे भी कम हो। लेकिन, उन्हें इस बात की छूट मिल सकती है कि इस अंतर को पूरा करने तक वो कीमतें धीमे-धीमे बढ़ाती रहें।
वैश्विक बाजार भी तय करेगा पेट्रोल-डीजल का भाव
ध्यान देने वाली बात यह भी है कि प्रतिदिन तेल के भाव में यह इजाफा वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के भाव पर भी निर्भर करेगा। मौजूदा ट्रेंड के आधार पर देखें तो पिछले महीने की तुलना में क्रूड का भाव अब तक 50 फीसदी तक बढ़ चुका है। पिछले महीने ब्रेंट क्रूड ऑयल का भाव जहां 20 डॉलर प्रति बैरल था, वो अब बढ़कर 30 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच चुका है। लेकिन, लॉकडाउन की वजह से डिमांड पर असर पड़ना संभावित है।