नई दिल्ली (ब्यूरो): हो सकता है जल्द ही आप वॉट्सऐप और iMessage जैसे ऐप्स को छोड़कर गूगल मेसेज ऐप का इस्तेमाल करने लग जाएं। इस मेसेजिंग ऐप में गूगल कुछ ऐसे फीचर्स देने जा रहा है, जो वॉट्सऐप के लिए चुनौती साबित हो सकते हैं। यह ऐप कई ऐंड्रॉयड डिवाइस में पहले से इंस्टॉल दिया जा रहा है। इसका सबसे बड़ा फीचर है RCS (Rich Communication Services) सपॉर्ट का।
रिच कम्यूनिकेशन सपॉर्ट के जरिए इस मेसेजिंग ऐप को मल्टीमीडिया भेजने की सुविधा मिल जाती है। यानी मेसेजिंग ऐप के जरिए ही यूजर्स हाई-रेजॉलूशन फोटोज, विडियोज, GIFs, लंबे मेसेज और फाइल भेज सकते हैं। गूगल मेसेज में RCS सपॉर्ट फ्रांस, मैक्सिको और ब्रिटेन के अलावा भारत, इटली और सिंगापुर के यूजर्स को भी मिल रहा है।RCS का फीचर फिलहाल लिमिलेड ऑपरेटर्स को सपॉर्ट करता है। गूगल धीरे-धीरे ऑपरेटर्स के साथ साझेदारी बढ़ाती जा रही है। इस फीचर के जरिए आप Wi-Fi या डेटा नेटवर्क के जरिए मेसेज भेज पाते हैं। साथ ही यह भी देख पाते हैं कि सामने वाला कब टाइप कर रहा है और कब आपका मेसेज देखा गया।
iMessage की तरह इमोजी रिएक्शन
गूगल इस ऐप के लिए नया इमोजी रिएक्शन फीचर टेस्ट कर रहा है। इस फीचर के आ जाने के बाद आप मेसेज पर लॉन्ग प्रेस करके अपनी पसंद का रिएक्शन चुन सकते हैं। इसमें आपको थम्स अप, थम्स डाउन, ऐंगर, लाफ्टर जैसे इमोजी मिलते हैं।
वॉट्सऐप की तरह एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन
रिपोर्ट की मानें तो रिच कम्यूनिकेशन सपॉर्ट के लिए इसमें एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का फीचर भी मिलने जा रहा है। इस फीचर के आ जाने के बाद मेसेजेस को सेंडर और रिसीवर के अलावा कोई बाहर का व्यक्ति नहीं पढ़ जाएगा। ठीक इसी तरह का फीचर वॉट्सऐप में भी मिलता है।
1 अरब से ज्यादा बार डाउनलोड
बता दें कि Google Messages अब तक 1 अरब से ज्यादा बार डाउनलोड हो चुका है। इसमें आपको क्लीन और आसान इंटरफेस मिलता है। यह कंपनी के उन शुरुआती ऐप्स में से एक है जिन्हें डार्क मोड सपॉर्ट मिला था।