नई दिल्ली (ब्यूरो): महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं की मॉब लिंचिंग के बाद अब नांदेड़ में लिंगायत समुदाय के साधु की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। साधु का नाम रुद्र पशुपति महाराज बताया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि लिंगायत समाज के ही एक शख्स साईनाथ राम ने साधु की हत्या की है। साधु के अलावा पास के ही इलाके में एक और शख्स की हत्या की गई है, जिसे पुलिस आरोपी साईनाथ का साथी मान रही है।
जानकारी के मुताबिक, रात 12 बजे से साढ़े 12 के बीच साधु की हत्या हुई है। आरोपी आश्रम का दरवाजा तोड़कर अंदर नहीं घुसा था बल्कि गेट अंदर से खोला गया था। साधु की हत्या करने के बाद आरोपी साईनाथ ने उनके शव को ठिकाने लगाने की भी कोशिश की थी।
उसने साधु के शव को उनकी ही कार में रखकर ले जाने की कोशिश की लेकिन कार गेट में ही फंस गई। इससे मठ के छत पर मौजूद आश्रम के दो सेवादार जाग गए। उन्होंने भागकर आरोपी को पकड़ने की कोशिश की लेकिन वह भागने में कामयाब रहा। इसी बीच रविवार सुबह जिला परिषद स्कूल के पास एक और डेड बॉडी मिली।
आरोपी का साथी है दूसरा मृतक
दूसरे मृतक का नाम भगवान राम शिंदे है। पुलिस के मुताबिक आरोपी साईनाथ का साथी है और स्कूल के पास मृत पाया गया है। आरोपी भी लिंगायत समाज का है। बहरहाल, आरोपी ने साधु की हत्या क्यों की और उसके बाद अपने साथी की भी क्या उसी ने हत्या की है, इन सब तथ्यों की पुलिस जांच कर रही है। बताया गया कि साधु महाराज साल 2008 से निर्वाणी मठ संस्थान में आए थे। यह तकरीबन सौ साल पुराना मठ है।
सीएम करेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस
वहीं, इस बीच प्रदेश सरकार में मंत्री अशोक चव्हाण ने घटना की निंदा की है। उन्होंने पुलिस को मामले में आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है। इसके अलावा सीएम उद्धव ठाकरे ने भी मामले को संज्ञान मेें लिया है। वह रविवार दोपहर इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। बता दें कि इससे पहले पालघर में जूना अखाड़े के दो साधुओं की भीड़ ने हत्या कर दी थी, जिसके बाद महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था को लेकर उद्धव सरकार की काफी आलोचना हुई थी। मामला देशभर में चर्चा का विषय बना था।