विशाखापट्टनम (ब्यूरो): आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम स्थित एक प्लांट में अचानक केमिकल गैस लीक होने से बड़ा हादसा हो गया। यहां एक बच्ची समेत 8 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। इसके अलावा 5000 से अधिक लोग बीमार हो गए हैं जिन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा है। कई लोग अभी भी सड़कों पर बेहोश पड़े हुए हैं और कई आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ बता रहे हैं।घटना विशाखापट्टनम के आरआर वेंकटपुरम गांव स्थित एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री की है। घटनास्थल पर राहत कार्य जारी है और बाकी लोगों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। लोगों ने आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की। घटनास्थल पर पुलिस के साथ-साथ फायर टेंडर और ऐंबुलेंस मौजूद हैं।
सड़कों पर जहां-तहां बेहोश पड़े हैं लोग
रिपोर्ट के मुताबिक अब तक 8 लोगों की जान जा चुकी है जिसमें दो बुजुर्ग और एक 8 साल की बच्ची भी शामिल है। घटना गुरुवार तड़के हुई। 5 हजार से अधिक लोग बीमार हो गए है। गैस रिसाव के चलते प्लांट के 3 किमी के दायरे तक लोगों में दहशत फैली हुई है। कई लोग सड़क पर ही बेहोश पड़े हुए हैं जबकि कइयों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। लोगों ने आंखों में जलन और स्किन में रैशेज की शिकायत भी की।
दो घंटे में स्थिति काबू में लाई जाएगी
घटना के सामने आते ही स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और लोगों को निकालना शुरू किया। अभी घटना का कारण पता नहीं लग सकता है। विशाखापट्टनम जिला कलेक्टर वी विनय चंद भी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। कलेक्टर ने बताया कि दो घंटे के अंदर स्थिति काबू में लाई जाएगी। जिन्हें सांस लेने में तकलीफ है उन्हें ऑक्सिजन सपोर्ट दिया जा रहा है।
घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं सीएम रेड्डी
घटनास्थल पर एनडीआरएफ की टीमें तैनात हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी भी कुछ देर में घटनास्थल पर पहुंचने वाले हैं। गोपालपटनम सर्कल इंस्पेक्टर रमनया ने कहा कि करीब 50 लोग सड़कों पर बेहोश पड़े हुए हैं और घटनास्थल पर पहुंचना मुश्किल होता जा रहा है। पुलिस लोगों से घर से बाहर आने और सुरक्षित जगहों पर जाने की अपील कर रही है।
हिंदुस्तान पॉलिमर कंपनी की स्थापना 1961 में हुई। 1997 में कंपनी को साउथ कोरिया के एलजी केमिकल ने टेकओवर कर लिया था और इसे एलजी पॉलिमर नाम दिया था। प्लांट में प्लास्टिक बनाने का काम होता है।