जालंधर (ब्यूरो): बीते दिन माडल टाऊन ईलाके में पंजाब पुलिस के थानेदार पर गाड़ी चढ़ाने के मामले में फंसे छात्र अनमोल मेहमी का परिवार सदमे में हैं। घबराहट के कारण आज छात्र अनमोल मेहमी को किसी बड़े अपराधी की तरह देखा जा रहा है। जबकि ऐसा नहीं है।
न तो अनमोल मेहमी का कोई क्रिमिनल रिकार्ड है और न ही उसके परिवार में किसी की। बता दें कि बीते दिन माडल टाऊन ईलाके में अनमोल को थानेदार पर गाड़ी चढ़ा देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ है। अनमोल के परिवार ने सी.एम. पंजाब तथा डी.जी.पी. पंजाब से इंसाफ की गुहार लगाई है। अनमोहल मेहमी के पिता श्री मेहमी ने बताया कि कर्फ्यु मे ढील के कारण अनमोल घर से कुछ सामान खरीदने के लिए गया था। लेकिन इसी बीच कुछ देर बाद उन्हें पर घटना की सूचना मिली।
श्री मेहमी ने बताया कि अनमोल अपराधिक प्रवृत्ति का नहीं है। बल्कि अचानक पुलिस देख कर वे घबरा गया और ये हादसा हो गया। मेहमी के मुताबिक अनमोल ने किसी को मारने या मार कर भागने की कोशिश नहीं की।
मौके पर नहीं थे अनमोल के पिता
बल्कि क्लिप में स्पष्ट है कि जब पुलिस कर्मचारी गाड़ी पर चढ़ा तो उसने गाड़ी साईड पर लगाई। अनमोल का पुलिस कर्मी पर गाड़ी चढ़ाने का कोई ईरादा नहीं था, बल्कि घबराहट में ये घटना हुई। पीड़ित परिवार ने कहा कि उनके बेटे से गल्ती हुई तो पुलिस ने कार्रवाई की, लेकिन अनमोल के पिता के खिलाफ भी कार्रवाई की गई। जबकि अनमोल के पिता तो मौके पर थे ही नहीं।पीड़ित परिवार का कहना है कि घटना जानबूझ कर नहीं बल्कि घबराहट के कारण हुई। लेकिन इस मामले में हत्या के प्रयास का केस दर्ज कर देना इंसाफ नहीं है। मेहमी परिवार ने वीडियो क्लिप जारी कर सी.एम., पंजाब, डी.जी.पी. पंजाब पुलिस अधिकारियों से बेटे की गल्ती के लिए माफी भी मांगी है। साथ ही मांग की है कि बच्चे का कैरियर देखते हुए उसे क्षमा करके केस वापस लिया जाए।
अच्छे स्वभाव का है अनमोल
अनमोल के जिम ट्रेनर हरप्रीत सिंह भट्टी का कहना है कि अनमोल से जो घटना हुई, घबराहट के कारण हुई। जबकि अनमोल बेहद ही सादे स्वभाव वाला है। जिम ट्रेनर हरप्रीत भट्टी का कहना है कि अनमोल रूटीन में जिम आता रहा है।
अनमोल का हर किसी के साथ ही अच्छा व्यवहार रहा है। बढ़ों की इज्जत करना तथा अपने काम में व्यस्त रहना ही उसका स्वभाव है।जिम ट्रेनर हरप्रीत भट्टी ने भी पंजाब पुलिस से अपील की है कि अनमोल व उसके पिता के खिलाफ दर्ज केस रद्द किया जाए। क्योकि इस मामले में उक्त परिवार का समाज मे भी बहुत बदनामी हुई है, जो कि बहुत बड़ी सज़ा है।