अमृतसर (ब्यूरो): श्री हरमंदिर साहिब के पूर्व हजूरी रागी पद्मश्री निर्मल सिंह खालसा का प्रशासन ने काफी जदोजहद के बाद रात 8 बजे गांव फतेहगढ़ शुक्रचक में अंतिम संस्कार कर दिया।
भाई निर्मल सिंह की पार्थिव देह के अंतिम संस्कार के लिए गांव वासियों ने 10 कनाल जमीन दी है। लोगों की प्रशासन से शर्त रखी कि इस जगह भाई निर्मल सिंह यादगार बने। पता चला है कि प्रशासन ने उनकी मांग मान ली है।
इससे पहले वेरका के नजदीक एक गांव में निर्मल सिंह का अंतिम संस्कार करने का जिला प्रशासन की तरफ से तैयारी की गई थी लेकिन एक स्थानीय नेता व जनता की तरफ से इसका भारी विरोध किया गया जिसके चलते प्रशासन ने वेरका का इलाका छोड़ दिया।
एसडीएम विकास हीरा व तहसीलदार मंजीत सिंह की अगुवाई में सेहत विभाग की टीम की तरफ से निर्मल सिंह खालसा के मृतक शरीर को पूरी तरह से आईसोलेट भी किया था।
इतना ही नहीं संस्कार के दौरान उनके मुख्य परिजनों के अरदास आदि करने के लिए मैडिकल किट्स का भी प्रबंध किया गया था।
जानकारी के अनुसार निर्मल सिंह खालसा की वीरवार की सुबह चार बजे मौत हो गई थी। अमृतसर जिले में किसी स्थानीय निवासी की यह पहली मौत हुई है।
अभी एक दिन पहले ही जिला प्रशासन की तरफ से उनकी रिहाइश गली नंबर, 8 शहीद उधम सिंह नगर को सील किया गया था लेकिन किसी को नहीं पता था कि एक दिन पहले आई निर्मल सिंह खालसा की पॉजिटिव कोरोना रिपोर्ट एक दिन में ही उनकी जान ले लेगी।
पदमश्री निर्मल सिंह खालसा श्री हरिमन्दिर साहिब में हजूरी रागी होने के चलते सिख संगत में उनका काफी मान सम्मान भी था।
भाभी सहित तीन का कोरोना पोज़िटिव
पता चला है कि भाई निर्मल सिंह की भाभी सहित उनके दो अन्य सहयोगियों का कोरोना टैस्ट पोज़िटिव पाया गया है।
जिला प्रशासन की तरफ से उनकी अन्य नजदीकियों जैसे ड्राइवर, पत्नि, बेटा, बेटी व अन्य रिश्तेदारों को भी आइसोलेशन वार्ड में दाखिल कर दिया गया जिनमें से कुछ कि रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
चंडीगढ़ के सैक्टर 27-ए की कोठी नंबर 73 में किया था कीर्तन
निर्मल सिंह खालसा को मार्च के महीने में खांसी व बुखार की समस्या आई थी और इसके बाद वह लगातार डाक्टरों के संपर्क में थे।
इससे पहले वह चंडीगढ़ के सैक्टर 27-ए की कोठी नंबर 73 सहित पंजाब के कई स्थानों में धार्मिक कीर्तन करवा चुके थे।
इस खबर के बाद पूरे राज्य में सेहत विभाग अलर्ट हो गया है और कोरोना के खिलाफ जंग को और ज्यादा तेज कर दिया गया है।