चंडीगढ़ (ब्यूरो): पंजाब में कोराेना वायरस COVID-19 के खिलाफ जंग में राज्य सरकार काेई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती है।
राज्य सरकार ने पंजाब में विदेश से आए NRI की तलाश तेज कर दी है। इसके लिए गांवों सरपंचों को भी दायित्व सौंपा गया है।
पंजाब सरकार ने सरपंचाें को अपने गांवों में आए NRI के बारे में रिपोर्ट दो दिन में देने काे कहा है।
अनुमान है कि कोरोना के मामले सामने आने के बाद दूसरे देशों से करीब 95 हजार NRI पंजाब आए हैं। कैप्टन सरकार NRI को लेकर फाेर-टी फार्मूला अपनाएगी।
पंजाब सरकार ने सरपंचों से उनके गांव में आए NRI मांगी रिपोर्ट
दूसरी ओर,मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में पंचायत के नियमों में ढील दी है।
इसके तहत सरपंच आपातकाल व जरूरतमंदों के लिए पंचायत फंड से पांच हजार रुपये रोजाना खर्च कर सकता है, लेकिन इसकी अधिकतम सीमा 50 हजार रुपये होगी।
सरपंच इमरजेंसी में फंड का कर सकेंगे इस्तेमाल, एक दिन में पांच हजार और कुल 50 हजार कर सकेंगे खर्च
पंजाब सरकार ने आदेश जारी किए हैं कि सरपंच को अपने गांव व पंचायत के दायरे में 15 फरवरी के बाद आए NRI की जानकारी प्रशासन को देनी होगी, ताकि प्रशासन की नजर में नहीं आने वाले NRI की डिटेल जुटाई जा सके।
सरपंच को जानकारी देनी होगी कि उनके गांव व पंचायत के दायरे में 15 फरवरी के बाद कौन-कौन से NRI आए है। यह जानकारी उन्हें दो दिन में प्रशासन को देनी होगी।
30 हजार NRI तक नहीं पहुंच पाया स्वास्थ्य विभाग
अभी राज्य में 30 हजार के करीब ऐसे NRI हैं, जो सेहत विभाग की पहुंच में नहीं है। यह लोग विदेश से आए, लेकिन उन्होंने प्रशासन से संपर्क नहीं किया।
राज्य में करीब 95 हजार NRI आए हैं। कोरोना वायरस भी इनकी वजह से ही पंजाब पहुंचा है। कोरोना वायरस की वजह से पंजाब में कर्फ्यू लगा हुआ है।
पंजाब अपनाएगा फोर-टी फॉर्मूला
पंजाब सरकार ने लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए फोर-टी यानी चार टी वाला फॉर्मूला तैयार किया है। विदेश से लौटे 55669 लोगों के लिए जालंधर, अमृतसर व लुधियाना में यह फॉर्मूला लागू भी कर दिया है।
यह है फॉर्मूला
ट्रेस- पता लगाना।
ट्रैक- खोज निकालना।
टेस्ट- जांच करना।
ट्रीट- इलाज करना।