जालंधर (ब्यूरो): कोरोना वायरस से शहरवासियों को बचाने के लिए एक तरफ डी.सी. वीरेन्द्र शर्मा अपनी टीम के साथ दिन रात एक किए हैं। जिला प्रशासनिक कार्यालय में दिन रात मीटिंगो का दौर चल रहा है। ताकि शहरवासी की हर जरूरत को पूरा किया जा सके।
इसके लिए अधिकारी दिन रात दफ्तरों मे रह रहे हैं। लेकिन इसकी विपरीत प्रशासकीय कार्यालय में तैनात कई अधिकारी व कर्मचारी बहाने बना कर दफ्तर आऩे से कन्नी काट रहे हैं।
लेकिन अब बहानेबाज कर्मचारियों की खैर नहीं। जिला जालंधर में आज एस.डी.एम. द्वारा दफ्तर के कई ऐसे कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं, जो कि लॉकडाऊन अनाऊंस होने के बाद से दफ्तर से गैर हाज़िर हैं। एस.डी.एम. द्वारा सभी कर्मचारियों से दफ्तर न आने पर जवाब तलबी की है।
बता दें कि कोरोना वायरस के कारण देश भर में लॉकडाऊन चल रहा है। भारत सरकार द्वारा लॉकडाऊन अनाउंस करने के बाद से एडमिनीट्रेशन लगातार एक्टिव है। सरकार के स्पष्ट निर्देश है कि जिला प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी डियूटी पर रहे, ताकि नागरिकों को कोई समस्या न पेश आए।
सरकार के निर्देशों के मुताबिक जालंधर के डी.सी. वीरेन्द्र शर्मा दिन रात एक किए हुए हैं। लेकिन इसी बीच जिला प्रशासनिक कार्यालय में कई बहानेबाज कर्मचारी भी तैनात हैं। जो कि लॉकडाऊन के बाद से दफ्तर डियूटी पर ही नहीं आए।
ऐसे बहानेबाज कर्मचारियों पर अब प्रशासनिक अधिकारियों की नज़र पड़ी है। पता चला है कि एस.डी.एम. जालंधऱ-1 द्वारा डियूटी से गैरहाजि़र चल रहे कर्मचारियों को लिखित पत्र जारी करे जवाब तलबी की है।
एस.डी.एम. -1 ने पत्र जारी करे सभी बहानेबाज कर्मचारियों को खुद पेश होकर लिखित जवाब देने के लिए कहा है। एस.डी.एम. द्वारा लिखे एक पत्र में कर्मचारी को स्पष्ट लिखा गया है कि वे बीमारी का बहाना बना कर घर बैठे हैं।
जबकि अन्य कर्मचारी जो डियूटी कर रहे हैं, उनका मनोबल गिर रहा है और उन्हे वर्कलोड के कारण रैस्ट भी नहीं मिल रही। पत्र मे चेतावनी भरे लहज़े में लिखा गया है कि गैरहाज़िर कर्मचारी तुरंत दफ्तर में पेश होकर लिखित जवाब दें, अन्यथा उन पर अनुशासनी कार्रवाई के लिए डी.सी. को लिखा जाएगा।