नई दिल्ली। (nagrota encounter) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में जैश ए मोहम्मद के आतंकवादियों के मारे जाने के बाद गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला, शीर्ष खुफिया अधिकारियों के साथ बैठक की।
सरकारी सूत्र ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने नगरोटा एनकाउंटर पर गृह मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, विदेश सचिव के साथ समीक्षा बैठक की और यह पाया कि आतंकवादी 26/11 की वर्षगांठ पर एक बड़े हमले की योजना बना रहे थे।
जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में ढेर किए गए आतंकवादी 26/11 मुंबई हमलों की बरसी पर कुछ बड़ा करने की साजिश रच रहे थे।
आपको बता दें मुंबई में 26 सितंबर 2008 को हमला हुआ था। लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के 10 आतंकी मुंबई में घुसकर कोहराम मचा दिए थे।
इस हमले में 166 लोगों की जान चली गई थी औक 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे सुरक्षा बलों ने एक बार फिर अत्यंत बहादुरी और व्यावसायिकता प्रदर्शित की है।
उनकी सतर्कता की बदौलत, उन्होंने जम्मू-कश्मीर में जमीनी स्तर के लोकतांत्रिक अभ्यासों को निशाना बनाने के लिए एक नापाक साजिश को हराया है।
आतंकवादियों की साजिश 26 नवंबर के मुंबई आतंकवादी हमले की बरसी पर “कुछ बड़ा” करने की थी।
पुलिस ने बताया था कि बृहस्पतिवार को नए भर्ती किए गए आतंकवादियों को लेकर जा रहे एक ट्रक को पकड़ा गया था।
उसके बाद नगरोटा में हुयी मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के चार संदिग्ध आतंकवादी मारे गए थे। मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए।
पुलिस महानिरीक्षक (जम्मू) मुकेश सिंह ने मुठभेड़ के बाद कहा था कि आतंकवादी एक “बड़ी साजिश” को अंजाम देने आए थे लेकिन उसे नाकाम कर दिया गया है।
पुलिस ने नगरोटा में सुरक्षा कड़ी कर दी है। जगह-जगह जांच के कारण आतंकी मारे गए।
गुरुवार को जम्मू जिले के नगरोटा इलाके में बान टोल प्लाजा के पास शुरुआती घंटों में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई।
मुठभेड़ तीन घंटे तक चली, जिसमें चार आतंकवादियों का सफाया हो गया।
सूत्रों के अनुसार, चारों आतंकवादी संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) से होने की संभावना है।
“इन आतंकवादियों ने पुराने तौर-तरीकों का इस्तेमाल किया और हाल ही में भारतीय सीमा में घुसपैठ की थी। एक जांच चल रही है।”