नई दिल्ली (ब्यूरो): पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में चीन के साथ हिंसक झड़प में भारत के कम से कम 20 जवान शहीद हो गए हैं। जबकि चीन को भी भारी नुकसान हुआ है। पता चला है कि चीन के 43 सैनिक हताहत हुए हैं। सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी।
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने कहा है कि पूर्व में शीर्ष स्तर पर जो सहमति बनी थी, अगर चीनी पक्ष ने गंभीरता से उसका पालन किया होता तो दोनों पक्षों की ओर जो हताहत हुए हैं उससे बचा जा सकता था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, ‘सीमा प्रबंधन पर जिम्मेदाराना दृष्टिकोण जाहिर करते हुए भारत का स्पष्ट तौर पर मानना है कि हमारी सारी गतिविधियां हमेशा एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) के भारतीय हिस्से की तरफ हुई हैं। हम चीन से भी ऐसी ही उम्मीद करते हैं।’
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि भारत और चीन के बीच सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत जारी है। तनाव को कम करने की कोशिश की जा रही है।
भारत और चीन के सीनियर कमांडरों के बीच 6 जून को बैठक हुई थी। इसके बाद ग्राउंड स्तर के कमांडरों के बीच कई बैठकें हुईं। उन्होंने कहा कि इन सब बातचीत के बीच हमें उम्मीद थी कि सब अच्छा होगा।