करनाल24 मिनट पहले
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मांगाें को लेकर प्रदर्शन करते हुए आंगनवाड़ी वर्कर-हेल्पर।
हरियाणा के करनाल में सोमवार को आंगनवाडी वर्करों व हेल्परों ने मांगों को लेकर नीलोखड़ी विधायक धर्मपाल गोंदर के निवास पर प्रदर्शन किया। उन्होंने यहां ज्ञापन देते हुए मांगो को पूरा करने की डिमांड की। इसी अभियान के तहत 18 दिसंबर को करनाल में सीएम आवास का घेराव किया जाएगा। अब तक आंगनवाड़ी वर्कर-हेल्पर की मांगों को लेकर पांच बार चंडीगढ़ में सरकार के साथ वार्ता हो चुकी है। सरकार की तरफ से कुछ मांगों को माना भी जा चुका है, लेकिन आंगनवाड़ी यूनियन सभी मांगों को पूरा करने तक आंदोलन करने में जुटी हुई है। 8 दिसंबर से आंगनवाड़ी वर्कर-हेल्परों का प्रदेश में धरना चला हुआ है।
सीटू जिला प्रधान सतपाल सैनी व हुडा यूनियन के राज्य वरिष्ठ उपप्रधान सेवा राम, उपप्रधान ओपी माटा व बिजनेश राणा ने बताया कि हरियाणा की आंगनवाड़ी वर्कर व हेल्पर 8 दिसंबर से लगातार अपनी लंबित मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। अब तक हरियाणा सरकार व महिला एवं बाल विकास परियोजना की मैनेजमेंट ने पांच बार यूनियन को बातचीत के लिए चंडीगढ़ बुलाया है, लेकिन मीटिंगों में कोई नतीजा नहीं निकला। यूनियन ने सरकार को आगाह करते हुए कहा कि सरकार व विभाग मीटिंगों का ड्रामा छोड़कर लंबित मांगों को तुरंत लागू करे।
सरकार के नाम ज्ञापन भेजा गया।
ये हैं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की प्रमुख मांगें
-वर्कर से सुपरवाइजर के रूप में 50 प्रतिशत की पदोन्नति बिना किसी शर्त के लागू हो। केंद्रों का बढ़ा किराया ग्रामीण क्षेत्र में 2000, कस्बे में 3000 और शहरों में 5000 रुपये मिले। वर्कर और हेल्पर की वर्दी की राशि बढ़ाकर 2000 रुपए की जाए।
-ईंधन की राशि को बढ़ाया जाए या गैस सिलेंडर विभाग भरवाकर दे। वर्कर और हेल्पर को सरकारी कर्मचारी का दर्जा मिले। जब तक दर्जा नहीं मिलता तब तक न्यूनतम वेतन वर्कर को 24 हजार और हेल्पर को 16 हजार रुपए मिले।
-2018 में की गई घोषणाओं को लागू करते हुए महंगाई भत्ते की सभी किस्त मानदेय में जोड़कर दें और महंगाई भत्ते का बकाया एरियर भी तुरंत मिले। विभाग बिना मोबाइल फोन और अन्य संसाधन दिए ऑनलाइन काम न करवाए। इस बारे में उच्च न्यायालय के आदेशों का पालन हो।
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